अंबाला। आरपीएफ ने अनारक्षित टिकट केंद्र पर सक्रिय गिरोह का पर्दाफाश कर दिया जो सस्ती दर पर बसों में यात्रा का लालच देकर प्रवासी श्रमिकों को बहलाने-फुसलाने का काम कर रहे थे। सादी वर्दी में तैैनात आरपीएफ कर्मचारियों ने गिरोह के चार सदस्यों को मौके पर दबोच लिया। आरोपितों की पहचान पशुपति नाथ निवासी चंद्रपुरी, रजत कश्यप निवासी रेल विहार,गौतम निवासी और दीपक निवासी लक्ष्मी अंबाला कैंट के तौर पर हुई है। जानकारी के अनुसार पिछले कुछ समय से अनारक्षित टिकट केंद्र पर निजी बस संचालकों के दलाल सक्रिय थे। ऐसे संचालकों ने छावनी बस अड्डे के नजदीक ही अपने कार्यालय खोले हुए हैं जोकि निजी बसों के माध्यम से भारी-भरकम किराया लेकर यात्रियों को उत्तर प्रदेश, बिहार व अन्य राज्यों में छोड़ते हैं। ट्रेनों का संचालन होने के काण पिछले कुछ समय से इनका धंधा मंदा चल रहा था। इस कारण अधिकांश श्रमिक अब ट्रेनों के माध्यम से ही गंतव्य की तरफ रवाना हो रहे थे। इसलिए बस संचालकों ने स्थानीय युवकों को पैसे का लालच देकर अपने साथ मिला लिया। उन्हें छावनी रेलवे स्टेशन के अनारक्षित टिकट केंद्र पर तैनात कर दिया, ताकि यहां जनरल टिकट लेकर ट्रेन में सफर करने वाले श्रमिकों को आसानी से अपने जाल में फंसाया जा सके। जब इसकी जानकारी आरपीएफ पोस्ट प्रभारी जावेद खान को मिली तो उन्होंने गिरोह की धरपकड़ के लिए सादी वर्दी में टीम को तैनात कर दिया, ताकि गिरोह को पकड़ा जा सके। लगभग 10 दिन तक लगातार जाल बिछाने के बाद आरपीएफ को शुक्रवार दोपहर को कामयाबी मिली। पकड़े गए चारों आरोपियों के खिलाफ आरपीएफ पोस्ट पर रेलवे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। अभी उन्हें निजी जमानत पर छोड़ गया है।
सूचना मिली थी कि स्टेशन के अनारक्षित टिकट केंद्र पर एक गिरोह सक्रिय है जोकि प्रवासी श्रमिकों को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाते हैं। गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। अभी उन्हें निजी जमानत पर छोड़ा गया है। जल्द ही कोर्ट में दस्तावेज पेशकर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
-जावेद खान, प्रभारी आरपीएफ।