
सांकेतिक तस्वीर
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झज्जर व रेवाड़ी जिला स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए भ्रूण लिंग जांच कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस भी भ्रूण लिंग जांच कराने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बावल निवासी वेदप्रकाश व शहर के मोहल्ला तुलाराम विहार निवासी पवन कुमार के रूप में हुई है। दोनों ने 60 हजार रुपये में भ्रूण लिंग जांच कराने का सौदा किया था।
डिकाय मरीज बना की छापेमारी
पुलिस के अनुसार झज्जर स्वास्थ्य विभाग की टीम को पता लगा कि रेवाड़ी में भ्रूण लिंग जांच कराने वाले दलाल सक्रिय है। झज्जर स्वास्थ्य विभाग ने डिकाय मरीज के जरिए बावल के रहने वाले वेदप्रकाश व तुलाराम विहार के रहने वाले पवन से संपर्क किया। पवन लेब टेक्नीशियन है। भ्रूण लिंग जांच कराने का सौदा डिकाय मरीज से 60 हजार रुपये में हुआ। दलाल ने गर्भवती महिला को रेवाड़ी बस स्टैंड पर बुला लिया। बैस स्टैंड आने के बाद दलाल लैब टेक्नीशियन पवन ने डिकाय गर्भवती महिला को शहर के एसबीआई बैंक के समीप स्थित एक अस्पताल में बुलाकर डाक्टर की पर्ची बनवा दी। अस्पताल में पर्ची बनवाने के बाद महिला को कानोड़ गेट के पास स्थित एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर लेकर गए। यहां पर महिला का अल्ट्रासाउंड कराया गया।
कानोड गेट स्थित अल्ट्रासाउंड सेंटर के बार ही दलालों ने महिला के साथ आए परिजनों से 60 हजार रुपये ले लिए। दलाल पवन ने डिकॉय गर्भवती महिला को बताया कि गर्भ में लड़का है। पवन ने महिला से कहा कि लड़के कुआं पूजन पर उन्हें भी जरूर बुलाना। भ्रूण लिंग की जानकारी देते ही पहले से वहां पर मौजूद पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने वेदप्रकाश व पवन को वहीं दबोच लिया।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल व अल्ट्रासाउंड की जांच भी की गई। जांच में अस्पताल व अल्ट्रासाउंड संचालकों की नहीं खामी नहीं मिली। स्वास्थ्य विभाग की टीम के अनुसार दोनों दलाल फर्जी तरीके से लोगों को लिंग जांच करने के नाम पर ठगी कर रहे थे। दोनों के खिलाफ पीसी-पीएनडीटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई है।