Explanation sought from schools giving less than 50 percent results

Sonipat News: 50 प्रतिशत से कम परिणाम देने वाले स्कूलों से स्पष्टीकरण मांगा



फोटो 06- नवीन गुलिया, जिला शिक्षा अधिकारी, सोनीपत।

सोनीपत। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का 10वीं और 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम कम रहने पर शिक्षा विभाग चिंतन मनन में जुट गया है। इस कड़ी में विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर उन राजकीय स्कूलों से स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं, जिनका परिणाम 50 प्रतिशत से कम रहा है।

विद्यालय शिक्षा निदेशालय की तरफ से जारी निर्देशों के अनुसार स्कूलों को गूगल फार्म में खंड कार्यालयों को रिपोर्ट देनी होगी कि उनके स्कूल के कक्षा 10वीं व 12वीं के कितने विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। उनमें से कितने विद्यार्थी पास हुए, कितनों को कंपार्टमेंट और और कितने विद्यार्थी फेल हुए हैं। शिक्षा विभाग की ओर से 50 फीसदी से कम परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों को चिह्नित किया जाएगा। हालांकि कोरोना संक्रमण के बाद से सरकारी स्कूल के परिणाम में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन निजी स्कूलों से पीछे हैं। जिसका आकलन किया जाना है।

परिणाम सुधारने के लिए स्कूल मुखियाओं को दिया था प्रशिक्षण

शिक्षा विभाग ने गत वर्ष खराब परिणाम वाले स्कूलों की सूची तैयार की गई थी। सूची में शामिल स्कूलों के प्राचार्यों को करनाल में प्रदेशस्तरीय बैठक में परिणाम सुधारने के निर्देश दिए गए थे। वहीं राजकीय स्कूलों का परीक्षा परिणाम सुधारने को लेकर जनवरी में स्कूल मुखियाओं को प्रशिक्षण दिया गया था। जिसमें 10वीं कक्षा में 33 फीसदी व 12वीं कक्षा में 50 फीसदी से कम परिणाम देने वाले स्कूल मुखियाओं से उनके स्कूल के पिछले सालों के परिणामों के बारे भी जानकारी ली गई थी। निदेशालय ने परिणाम के प्रति स्कूल मुखियाओं की जबावदेही भी तय कर दी थी।

ऐसे की जाएगी परिणाम की समीक्षा

जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से जिले के सभी उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों से उनके परिणाम की रिपोर्ट देने के आदेश जारी किए हैं। सभी स्कूलों की रिपोर्ट आने के बाद जिला कार्यालय की ओर से इसकी समीक्षा की जाएगी। जिसमें विद्यार्थियों की संख्या, कमजोर विद्यार्थियों के प्रदर्शन के अनुसार भी आकलन किया जाएगा।

परीक्षा परिणाम की गत वर्ष से तुलना

साल 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 85.06 फीसदी रहा था। जबकि इस बार 65.61 फीसदी रहा जो गत वर्ष से 19.45 फीसदी कम है। इस बार निजी स्कूलों का परीक्षा परिणाम जहां 72.70 फीसदी रहा, वहीं राजकीय स्कूलों का परीक्षा परिणाम 59.47 फीसदी रहा, जो निजी स्कूलों से 13.23 फीसदी कम है। वहीं 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम गत वर्ष जहां 87.40 फीसदी था, इस वर्ष 79.08 फीसदी रहा। यह पिछले साल के मुकाबले 8.32 फीसदी कम है। परिणाम में आई गिरावट अधिकारियों के लिए चिंता का विषय है।

यह दिए निर्देश

बैठक आयोजित कर जिले के सभी विद्यालयों से परीक्षा परिणामों की विस्तृत रिपोर्ट मंगवाई जाए।

ऐसे विद्यालयों के मुखिया जिनका परिणाम 50 फीसदी से कम है, उनसे अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए विस्तृत रिपोर्ट ली जाए।

किसी विद्यालय का परीक्षा परिणाम एक या दो विषयों के फलस्वरूप कम हुआ है तो ऐसे विषय अध्यापकों से भी विद्यालय मुखिया के माध्यम से कारण जानने के लिए रिपोर्ट मंगवाई जाए।

12वीं कक्षा का परिणाम

कुल परीक्षार्थी-16743

उत्तीर्ण हुए-13240

अनुत्तीर्ण-3503

पास फीसदी-79.08

10वीं कक्षा का परिणाम

शामिल हुए 16187

उत्तीर्ण 10620

कंपार्टमेंट 2389

फेल 3178

पास प्रतिशत 65.61

वर्जन

विद्यालयों की रिपोर्ट आने के बाद समीक्षा की जाएगी कि कौन से स्कूल का परिणाम खराब रहा है। खराब परिणाम वाले स्कूलों के परिणाम की समीक्षा की जाएगी। साथ ही स्कूल मुखिया को भी खराब परिणाम आने पर स्पष्टीकरण देना होगा। इस बारे में सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को अवगत करा दिया है। -नवीन गुलिया, जिला शिक्षा अधिकारी, सोनीपत

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