सोनीपत। स्वर्णकार से जेवर और घाटा लेकर डॉलर में भुगतान करने के नाम पर नौ लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। गोल्डनकार के कारिंदों को 100-100 के 110 डॉलर बताते हैं सौ-सौ के हज दो और बीच में एक-एक के 108 डॉलर थमा दिए। जब वह गोल्डनकार के पास अमेरिकी डॉलर लेकर पहुंचें तो मामले का पता लगा। जिस पर पुलिस का खुलासा हुआ। सेक्टर-27 थाना पुलिस ने अमानत में खयानत और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। दोनों लिपियों ने खुद को बांग्लादेशी बताया था। पुलिस उनके बारे में पता लगा रही है।
सेक्टर-15 निवासी मयंक ने सेक्टर-27 थाना पुलिस को बताया कि वह स्वर्णकार हैं। उनके सुभाष चौक के पास महावीर ज्वेलर्स के नाम से शो होता है। उन्होंने बताया कि 10 फरवरी को उनके शोरूम पर दो व्यक्ति आए और खुद को बांग्लादेशी बताया। जोनाथन ने अपने शो रूम पर 50 हजार रुपये के जेवर पसंद किए। भुगतान के समय कहा कि वह विदेश से आए हैं। उनके पास भारतीय नोट नहीं हैं। उन्होंने अपने यूएस पास डॉलर होने की बात कही। डांट ने 1000 हजार डॉलर देकर उनसे सर्वे और छुट 32 हजार रुपये ले लिए। एक अमेरिकी डॉलर की कीमत 82 रुपये होने के कारण उन्होंने उन्हें भारतीय रुपये व जेवर दिए। इसके साथ ही उन्होंने 2 हजार रुपये एडवांस देकर सोने की अंगूठी बनाने के लिए कहा। दोनों ने 16 फरवरी को आने के लिए कहा।
मयंक के मुताबिक 16 फरवरी को दोनों सर्किट अपने शो में आए। वह उस समय शोरूम पर नहीं थे। कसी हुई अंगूठी को देखने के साथ ही अन्य दर्पण दिखाने के लिए कहा। उन्हें सोने के दो ब्रेसलेट और सोने की चेन पसंद है। उसके शो पर नहीं होने के कारण दोनों बिना सामान के चले गए। उनके मोबाइल पर बात हुई तो उन्होंने कहा कि कुछ पैसे एडवांस दे जाओ। कुछ ही समय बाद एक उनके शोरूम पर आया और कर्मचारी अर्जुन को 200 यूएस डॉलर देते हुए कहा कि इनमें से 100 यूएस डॉलर के 8200 रुपये सागर के साथ 100 डॉलर के भारतीय रुपये वापस कर दो। अर्जुन ने उसे 8200 रुपये दिए।
विश्वस्त विजेता की ठगी
मयंक ने बताया कि 18 फरवरी को जब वह शो पर था तो एक ने कॉल कर कहा कि उनके पास 11 हजार यूएस डॉलर हैं। सामान का बिल काटकर बाकी रुपये व उन्हें बहाल करके गढ़ रोड स्थित फिम्स अस्पताल के पास भेज दें। उन्होंने कहा कि उनके भाई अस्पताल में भर्ती हैं। जिस पर मयंक ने अपने शोरूम से गनमैन सुधीर और स्टाफ अर्जुन को दो ब्रेसलेट, चेन, रिंग और कैश 4 लाख 89, 600 रुपये देकर भेज दिया। फिम्स अस्पताल के बाहर ही दोनों छा गए। उनके कर्मचारियों अर्जुन ने जेवर और दलाली दी। बोस्टन ने कर्मचारियों को 100-100 डॉलर दिए। कर्मचारियों ने उनकी गिनती की तो इसमें 109 डॉलर मिले। 100 यूएस डॉलर कम थे। कर्मचारियों ने नेस्ट को बताया कि इनमें से एक नोट कम है। जिस पर वे कर्मचारी डॉलर वापस मांगे और गिनने लगे। इसके बाद डॉलर की गड्डी की जगह दूसरा चड्डी बदल दी गई। 100-100 यूएस डॉलर के नोट थे, जबकि बीच में 1-1 डॉलर के 108 नोट डाले। उनके कर्मचारी डॉलर लेकर शो पर पहुंचे तो जांच करने पर दो नोट आगे 100-100 और 108 नोट 1-1 यूएस डॉलर के मिले। दोनों ने अपने साथ धोखाधड़ी की। निकोसेट में से एक ने अपना नाम विलायत हसन बताया था। उनके मोबाइल नंबर से भी संपर्क नहीं हो रहा है। जिस पर पुलिस शिकायत दर्ज कर मुकदमा दायर करती है।
मामले को लेकर शिकायत मिली थी। जिस पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मोबाइल नंबर के आधार पर तस्वीर के बारे में फुटेज के साथ ही फुटेज ली जा रही है। – इंस्पेक्टर संदीप कुमार, थाना प्रभार, सेक्टर-27 सोनीपत