संवाद समाचार एजेंसी, सोनीपत
अपडेटेड बुध, 22 फरवरी 2023 10:11 अपराह्न IST
सोनीपत। पंचायती राज विभाग के सोनीपत कार्यालय में वैध कार्यकारी अभियार्थी कुलबीर सिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया है। विकास एवं पंचायती विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को मिलीभगत में कुलबीर सिंह ने काम की अधिवक्ता, कर्मचारियों की कमी व मानसिक तनाव का हवाला दिया है। यही नहीं उन्होंने त्याग पत्र के साथ एक महीने के वेतन का चेक भी लगाया है। इस मामले को एक दिन पहले विधानसभा में उठे बवाल के साथ जोड़कर देखा जा रहा है।
विधानसभा में एक दिन पहले ही पंचायती विभाग के कामकाज को लेकर बरोदा के विधायक इंदुराज नरवाल ने सवाल उठाए थे। विधायक ने पंचायत मंत्री से सवाल पूछा था कि बरोदा विधानसभा क्षेत्र में घोषणा के तहत विकास कार्यों के लिए 17 मई 2021 को करीब 2.79 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई थी। इसके तहत होने वाले विकास कार्य आज तक अधूरे हैं। जिस पर विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली ने जवाब दिया था कि चौपालों का कार्य पूर्ण हो चुका है, तालाबों में पानी होने से काम शेष हैं। विधायक ने पंचायत मंत्री के जवाब को गलत बताया था। विधायक नरवाल ने कहा था कि चौपाल की आज तक छाया भी नहीं भरी गई, जबकि मंत्री चौपाल बनने का दावा कर रहे हैं। वहीं तालाब में भी पानी नहीं है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा के जीवित रहने भेजे गए अनुमान के बारे में जानकारी ली तो फील्ड अधिकारियों ने गलत रिपोर्ट दी थी। बाद में मुख्यालय से पैसा दिलावाए गए। जिन कार्यों को अधूरा बताया गया था, उनमें से अधिकांश कार्य पूरे हो चुके थे। जिस पर पंचायत मंत्री ने सर्वे को कहा था। यही कारण है कि पंचायती राज के कार्यकारी अभियन्ता के गठबंधन को इससे जोड़कर देखा जा रहा है। जबकि सहकर्मी में कार्यकारी अभियोक्ता ने मानसिक तनाव और कार्य की अधिकता का हवाला दिया है। पत्र में उन्होंने सहमति को स्वीकार कर लिया है और प्री-मेच्योर पेंशन बनवाने का अनुरोध किया है।