संवाद समाचार एजेंसी, सोनीपत
अपडेटेड सोम, 22 मई 2023 12:45 AM IST
सोनीपत में भीषण गर्मी से बचने के लिए टैब में नहाते बच्चे। बातचीत
सोनीपत। ज्येष्ठ माह में गर्मी का असर दिखने लगा है। वातावरण में कमी होने के बाद रविवार को लोगों को तपिश का सामना करना पड़ा। ऐसे में थर्मोमेकिंग अटका हुआ है। जिले में अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री व न्यूनतम तापमान 22.9 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार दो दिन लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ेगा, हालांकि उसके बाद दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में एक बार फिर से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना बनी है। जिसके कारण सप्ताह के अंत तक बारिश के आसार बने रहेंगे। तापमान में कमी आएगी।
ज्येष्ठ की शुरुआत से ही तापमान में संबंध हो रहा है। चूनाबांदी होने के बाद भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियन के आसपास बना रहा। अब तापमान में 3 डिग्री से ज्यादा दरार पड़ गई है। रविवार को सुबह दस बजे के बाद लोगों को गर्म हवा का अहसास होने लगा था। जिसके कारण लोगों को गर्मी का संचार हुआ। गर्मी से बचने के लिए युवा गांवों में तालाबों और नहरों में नहाते नजर आए। गर्मी अधिक होने के कारण खरीफ सीजन की साझेदारी की बिजाई प्रक्रिया भी प्रभावित हुई है। यही नहीं किसानों का सिंचाई का खर्च भी बढ़ा है। गर्मी अधिक होने की वजह से किसानों को ज्वर, मक्का आदि हरे चारे की बार-बार जलन होती है। किसानों ने अब धान की पौध तैयार कर भी शुरू कर दी है। जिसके लिए पानी की खपत में बढ़ोतरी हुई है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि राजस्थान की ओर से गर्म हवाएं चलने के कारण वातावरण में कमी आई है। यही कारण है कि तापमान में खराबी हो रही है।
थर्मो में अटका हुआ है, लेकिन जल्द ही लोगों को पश्चिमी विक्षोभ ही सक्रिय होने से राहत मिलेगी। 23 मई की रात से पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखाई देगा। 25 मई से फिर से एक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है। जिनमें ज्यादातर स्थानों पर रोशनी से मध्यम बारिश की संभावना है। एक दो जगहों पर तेज बारिश की भी संभावना है। इससे तापमान में गिरावट की संभावना बनी रहती है। -डॉ. प्रेम दीप, मौसम वैज्ञानिक, कृषि विकास केंद्र सोनीपत