
धुधं के समय गुजरते लोग एवं वाहन चालक।
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हरियाणा में वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ने व हवाओं के थमने से बुधवार सुबह कई जिलों में कोहरा छा गया। यही नहीं दृश्यता घटकर 100 मीटर तक पहुंच गई। एक बार फिर से पश्चिमी हवाओं के चलने से प्रदेश के औसत न्यूनतम तापमान में 3.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई।
मौसम विशेषज्ञ की मानें तो 25 व 28 फरवरी को एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे, जिससे दोबारा से तापमान में बढ़ोतरी होगी। हालांकि पहाड़ों की तरफ से आने वाली हवाओं के असर से दिन व रात के तापमान में गिरावट आएगी। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि लगातार कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से संपूर्ण मैदानी राज्यों में मौसम में बार-बार बदलाव देखने को मिल रहा है।
छोटे-छोटे समय अंतराल में एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहे हैं, जिसकी वजह से तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अगर पश्चिमी विक्षोभ के बीच अंतराल अधिक रहता है तो तापमान में गिरावट आती है। इसके अलावा जब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होता है तो तापमान में बढ़ोतरी और जब यह आगे निकल जाता है तो तापमान में गिरावट आती है।
पिछले दिनों मैदानी राज्यों में तापमान में बढ़ोतरी की एक वजह अरब सागर, पश्चिमी राजस्थान व गुजरात पर बना प्रति चक्रवात भी रहा है। फिलहाल यह प्रति चक्रवात कमजोर हो गया है और अरब सागर के पश्चिमी भाग में स्थित हो गया है। साथ ही पश्चिमी विक्षोभ भी प्रदेश से आगे निकल गया है। इस वजह एक बार फिर से ठंडी हवाएं चलने से तापमान में हल्की गिरावट दर्ज हुई है और वातावरण में नमी भी बढ़ी है।
आगे ऐसा रहेगा मौसम
एक के बाद एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ 25 और 28 फरवरी को सक्रिय होने से फिर से तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। जब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे तो तापमान में बढ़ोतरी के साथ आंशिक बादलवाही होगी। वहीं, जब ये आगे निकल जाएंगे तो तापमान में गिरावट व सुबह के समय कोहरा भी देखने को मिलेगा।