Financial hurdle in realizing the dream of rapid rail

Sonypat News: रैपिड रेल का सपना साकार करने में वित्तीय हड़कंप



फोटो 38-गुड़ बाजार स्थित राजकीय विद्यालय के सामने बैठक के दौरान शहर के विभिन्न सामाजिक सं

सोनीपत। दिल्ली एनसीआर में शामिल सोनीपत के लोगों को रैपिड रेल के बेसब्री का इंतजार है। लोगों का कहना है कि रैपिड रेल को लेकर सरकार व जनप्रतिनिधियों ने जिलावासियों को जो सपने दिखाए थे, वह वित्तीय बाधाओं की वजह से साकार नहीं हो पाए हैं। परियोजना में देरी से लोगों में रोष है। शहर के विभिन्न सामाजिक कार्य प्रतिनिधियों ने रैपिड रेल के मुद्दों पर सोनीपत सामाजिक पंचायतों के बैनर तले गुड्ड मार्केट स्थित राजकीय विद्यालय के सामने बैठक की। किस रैपिड रेल को सोनीपत तक आने की मांग को पुजोर से उठाया गया।

बैठक में निर्णय लिया गया कि सोनीपत समाज पंचायतों के बैनर शहर के विभिन्न सामाजिक विलय के प्रतिनिधि सोमवार को सांसद रमेश कौशिक व विधायक सुरेंद्र पंवार से मिलकर आपस में जुड़ेंगे। लोगों का आरोप है कि सरकार दिल्ली एनसीआर में सोनीपत दिल्ली के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। पूर्वी जन कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके शर्मा व सेफ इंडिया फाउंडेशन के प्रमुख संजय सिंगला ने बताया कि रैपिड रेल प्रोजेक्ट के लिए 21 हजार 627 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया गया है। जिसमें 50 प्रतिशत केंद्र सरकार, 12 प्रतिशत दिल्ली सरकार और 12 प्रतिशत बजट हरियाणा सरकार की ओर से व्यय किया जा रहा है। वहीं परियोजना को 19 जुलाई 2017 को एनएचआई से मंजूरी मिली थी। इसके बाद 13 मार्च 2020 को एनसीआरटीसी बोर्ड ने डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को नक्श सहित अनुदान प्रदान किया था। केंद्र व राज्य सरकार की ओर से 18 जनवरी 2021 को स्वीकृति मिलने के बाद खुश लाल ने परियोजना को पानीपत की जगह तक सींक। केंद्र सरकार ने 14 दिसंबर 2021 को दिल्ली सरकार से बजट व प्रोजेक्ट की मंजूरी दी, लेकिन 8 फरवरी 2023 को दिल्ली सरकार ने बजट की मंजूरी से मना कर दिया। प्रोजेक्ट की डीपीआर सेंटर सरकार के पास ही है। जिस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।

प्रोजेक्ट से 65 मिनट का होगा दिल्ली-पानीपत का सफर

डॉ. एसके शर्मा ने बताया कि दिल्ली-पानीपत रेजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (दिल्ली-पानीपत आरएस जीएस) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दिल्ली, सोनीपत और पानीपत को जोड़ने वाला 103 किमी (64 मील) लंबी सेमी-हाई स्पीड रेल कॉरिडोर को स्वीकृति के बावजूद समझौता नहीं किया सींक जा रहा है। यह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम के चरण-1 के तहत योजना तीन रैपिड-रेल कॉरिडोर में से एक है। 160 किमी/घंटा की अधिकतम गति और 120 किमी/घंटे की औसत गति के साथ, सिस्टम का उपयोग करने वाले यात्री 65 मिनट में पानीपत-दिल्ली के बीच की दूरी को कवर करने में सक्षम होंगे।

सराय कालें खां से पानीपत तक 16 स्टेशन प्रस्तावित हैं

डॉ. एसके शर्मा ने बताया कि सराय काले खां से लेकर पानीपत तक 16 स्टेशन प्रस्तावित हैं। इसके तहत सोनीपत में, केएमपी इंटरचेंज, राजीव गांधी एजुकेशन सिटी, मुरथल, बरही व गन्नौर सहित छह स्टेशन प्रस्तावित हैं। अब इसका विस्तार करना भी प्रस्तावित है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि इस मामले में आने वाली वित्तीय बाधाओं को दूर करने वाला कार्य जल्द ही शुरू करें।

नजर नहीं आ रही उम्मीद की किरणें

संजय सिंगला ने बताया कि दिल्ली में मेट्रो शुरू होने के बाद जिलावासियों को उम्मीद थी कि इसका विस्तार सोनीपत तक किया जाएगा। बाद में लोगों को उन्नत रैपिड रेल का सपना दिखाया गया, लेकिन रैपिड रेल का जो काम 2017 में शुरू हो जाना चाहिए था, वह बजट की कमी की वजह से अभी तक कागजों पर ही अटका पड़ा है। उन्होंने कहा कि अगर परियोजना पर काम हुआ तो सोनीपत भी गुडगांव और फरीदाबाद की तरह विकास की हर चीज को छोड़ देगा। वहीं जनता को आशा की कोई किरणें नहीं आ रही हैं।

बैठक में मौजूद रहे हैं

इस स्पॉट पर विभिन्न सामाजिक कार्य के सदस्य वाईके त्यागी, आदित्य रोहिल्ला, प्राचार्य अनिल गोयल, प्रवीण वर्मा, अशोक खत्री, मोहन सिंह मनोचा, रविचंद्र सरोहा, मास्टर दिलबाग सिंह, पहलवान पवन सिंह, विक्की त्यागी, ममता शर्मा, प्रवीण भारद्वाज, सुरेश गर्ग रोशनलाल गर्ग, अरविंद मित्तल, दिनेश कुच्छल, अशोक गुप्ता, मनीष बंसल, दीपक सिंगला, सतीश माथुर वसुर वर्मा मौजूद हैं।

फोटो 38-गुड़ बाजार स्थित राजकीय विद्यालय के सामने बैठक के दौरान शहर के विभिन्न सामाजिक सं

फोटो 38-गुड़ बाजार स्थित राजकीय विद्यालय के सामने बैठक के दौरान शहर के विभिन्न सामाजिक सं

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